कैसे  शुरू करे  यूपीएससी की तैयारी


English              हिंदी

यू.पी.एस.सी सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से शीर्ष स्तर केंद्र सरकार सेवाओं के लिए भर्ती का आयोजन करता है। इस परीक्षा में ग्रुप ए और ग्रुप बी सेवाओं की भर्ती होती हैं:

हर साल यू.पी.एस.सी. सी.एस.ई प्रीलिमिनरी परीक्षा अगस्त में आयोजित कि जाती है। परीक्षा भारत के सबसे प्रतिस्पर्धी परीक्षा है। लगभग 11 लाख उम्मीदवार इसके लिए रजिस्टर करते है लेकिन आधे से भी कम वास्तव में दिखाई देते हैं। 1 लाख गंभीर उम्मीदवार हैं और इन में से 15000 से 16000 उम्मीदवार परीक्षा के लिए चुने जाते हैं। इस परीक्षा में दो पेपर देने पड़ते है जिसमेंसे पेपर १ यह सामान्य नयन का होता है और इस पेपर में उम्मेद्वारोकों २०० अंको मेंसे १२० अंकों का कटऑफ होता है। पेपर २ में २०० अंको से ३३% का कटऑफ होता है. उम्मीदवार को पेपर २ में ३३% से काम अंक मिले तो उसके पेपर १ के अंकोको नहीं गिना जायेगा और उससे परीक्षा अगले साल दोबारा देनी पड़ेगी।


परीक्षा के लिए तैयारी शुरू करे पिछले तीन साल के मौजूदा मामलों को और अन्य विषयों को पढ़कर । एक उम्मीदवार को टाइम्स ऑफ इंडिया, इंडियन एक्सप्रेस जैसे अखबारों के प्रासंगिक लेख पढ़ने की आदत होनी चाहिए। प्रीलिमिनरी पेपर मैं नीचे दिए गए आवश्यक विषयों की सूची को ध्यान से पढ़े । आदर्श रूप में एक उम्मीदवार को अपनी पढाई इतिहास और राजनीति के साथ शुरू करनी चाहिए । दोनों बहुत की आसान विषय हैं। विज्ञान की पढाई को आम तौर पर पाठ्यपुस्तकों से कम और मौजूदा मामलों के बारे में अधिक है, लेकिन यह अगले विषय होने चाहिए। इन विषयों के पाठ्यक्रम सबसे काम है लेकिन उम्मेद्वारको यह सुचना दी जाती है की इन विषयो की पढाई न.कि.इ.र.टी की किताबो से करे नाकि कोचिंग क्लासेज के नोट्स से । भारत का आर्थिक सर्वेक्षण और अर्थव्यवस्था की पढाई सबसे महत्व पूर्ण है। परीक्षा के लिए इन विषयो के सवाल बहुत आसान आते रहे हैं। हर साल भारत सर्कार बजट के दौरान भारत का आर्थिक सर्वेक्षण उपलब्ध करवाती है। इस किताब में सभी महत्व पूर्ण घटनाओ की जानकारी आपको मिल जाती है. सबसे कठिन हिस्सा MCQ के भूगोल, पर्यावरण और संस्कृति का है। पर्यावरण के बारे में, अंतरराष्ट्रीय संधियों के मौजूदा मामलों के साथ-साथ बहुत ही कठिन सवाल पूछे जा सकते है। संस्कृति की भविष्यवाणी करना मुश्किल है और इसलिए पूरी तरह से कवरेज संभव नहीं है, लेकिन कुछ नहीं बुनियादी विषयों को कवर किया जा सकता है जो इतिहास के पाठ्यक्रम में मौजूद है । संस्कृति को N.I.O.S और न.कि.इ.र.टी की किताबो से पढ़ना चाहिए जो इस वेबसाइट पर मुफ्त उपलब्ध की गयी है. आदर्श रणनीति:


प्रारंभ करे इतिहास, राजनीति अगस्त के आसपास। विज्ञान की शुरवात और अर्थव्यवस्था मध्य सितंबर से। भूगोल और वातावरण नवंबर से।


सरकारी योजनाओं के लिए एक इस वेबसाइट की करंट अफेयर्स सेक्शन पर नज़र रखे। योजना जर्नल भी काफी महत्व पूर्ण किताब है जो हर उम्मीदवार के पास होनी चाहिए. इस किताब की पढाई भी इस वेबसाइट से हो सकती है. भारत का आर्थिक सर्वेक्षण फरवरी में बजट के बाद करे. और जनवरी में भारत २०१६ - [ इंडिया yearbook] की पढाई जारी करे. यह एक बहुत महत्व पूर्ण किताब है और इससे पड़ने से १०-१५ अंकोंके प्रश्न सुलझाए जा सकते है। मार्च तक संस्कृति।


यूपीएससी सीएसई तैयारी के लिए निम्नलिखित विषयों है:




इस परीक्षा  के लिए तैयारी शुरू कर सकते हैं प्रीलिमिनरी परीक्षा के बाद.   परिणाम का इंतजार किए बिना द्वितीय परीक्षा की तैयारी करनी शुरू करनी चाहिए । लोक प्रशासन जैसे वैकल्पिक विषय के दो पेपर  है। पहिला पेपर २५० मार्क्स का है और इसमें किताबो को पढ़कर उत्तर दिए जाते है. इस पेपर की तैयारी करनी चाहिए प्रेलिमिनिरय परीक्षा के तुरंत बाद. इस वेबसाइट पर जो पाठ्यक्रम दिया गया है उससे अच्छे से पढ़ना चाहिए. जो अन्य किताबो ई आवश्यकता होगी उससे इन्टरनेट से पढ़ा जा सकता है. दूसरा पेपर भी २५० अंको का होता है और इसमें ८०% सवाल आते है मौजूदा मामलो से।  इस लिए अख़बार पढ़ना जरुरी है. उम्मेद्वारोकों इस परीक्षा के पेपर हमारी वेबसाइट से मिल जायेंगे और वे इनका उपयोग कर सकते है. सारे पढ़ने के साधन इस वेबसाइट पर निशुल्क उपलभ्द की गए है। 


UPSC CSE has the following subjects for preparation:


Subject
Click below
General Aptitude link
History link
Geography link
Environment link
Science link
Polity link
Culture link
Current affairs India Yearbook and Economic survey
Economy link
Aptitude link


Mains examination:


Subject
Click me
Ethics link
Public administration link

ग्रुप 'ए' सेवा

 

  • भारतीय प्रशासनिक सेवा

  • भारतीय लेखापरीक्षा और लेखा सेवा

  • भारतीय सिविल लेखा सेवा

  • भारतीय कॉरपोरेट लॉ सेवा

  • भारतीय रक्षा लेखा सेवा

  • भारतीय रक्षा संपदा सेवा

  • भारतीय विदेश सेवा

  • भारतीय सूचना सेवा

  • भारतीय आयुध निर्माणी

  • भारतीय पुलिस सेवा

  • भारतीय डाक एवं दूरसंचार लेखा और वित्त सेवा

  • भारतीय डाक सेवा भारतीय रेल लेखा सेवा

  • भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा

  • भारतीय रेल यातायात सेवा

  • भारतीय राजस्व सेवा (आयकर)

  • भारतीय राजस्व सेवा (सीबीईसी)

  • भारतीय व्यापार सेवा रेलवे सुरक्षा बल


ग्रुप 'बी' सेवा


  • सशस्त्र बलों के मुख्यालय सिविल सेवा दिल्ली,

  • अंडमान और निकोबार द्वीप सिविल सेवा दिल्ली,

  • अंडमान और निकोबार द्वीप पुलिस सेवा

  • पांडिचेरी सिविल सेवा

  • पांडिचेरी पुलिस सेवा


इन सेवाओं में सबसे अव्वल दर्जा दिया गया है भारतीय प्रशासनिक सेवा (I.A.S), भारतीय पुलिस सेवा (I.P.S) और भारतीय विदेश सेवा (I.F.S) को ।



परीक्षा तीन भागों में है:

सिविल सेवा एप्टीट्यूड टेस्ट: यह दो 200 अंकों के पेपर  है। 1/3 गलत उत्तर के लिए नकारात्मक अंक है । पेपर १  - मैं सामान्य अध्ययन औरपेपर २ में  है - द्वितीय सामान्य योग्यता परीक्षा है। चूंकि सीसैट 2015 के पेपर  - द्वितीय केवल 33% अंकों के लिए यह स्पष्ट करने की आवश्यकता के साथ योग्यता बन गया है। पेपर १  - मैं उम्मीदवार को जितने गन मिलते है वह अगले दौर के लिए पात्रता के बारे में फैसला करेगा। प्रीलिमिनरी परीक्षा के मार्क्स अंतिम मेरिट सूची में नहीं गिने जाते हैं। पेपर १  - मैं 100 MCQ की है और पेपर  - द्वितीय में 80 है।

द्वितीय  परीक्षा: इसमें  9 परीक्षण है जिनमें से 7,  250 अंकोंके पेपर  हैं और 2,  300 अंको के  हैं। 300 अंकों के पेपर एक भारतीय भाषा [उम्मीदवारों के पसंद की ] और अंग्रेजी के हैं । इन परीक्षाओ में २०-३०% अंको को लाना पड़ता है । इनमे मिले कोको  अंतिम मेरिट सूची में नहीं गिने जाते हैं। 7 पेपर्स  अनिवार्य हैं और इनके अंक   अंतिम मेरिट सूची में गिने जाते हैं।

साक्षात्कार: साक्षात्कार के लिए 275 अंक। द्वितीय परीक्षा  के बाद सबसे ज्यादा अंक लाने वाले ३००० उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए योग्य माना जाता हैं।


द्वितीय  परीक्षा और साक्षात्कार में प्राप्त अंकों से फैसला किया जाता है।  प्रीलिमिनरी परीक्षा  अगस्त में आयोजित की जाती हैं और मध्य अक्टूबर में परिणाम घोषित किया जाता  हैं, द्वितीय  परीक्षा दिसंबर में आयोजित किया जाता है और परिणाम मार्च में घोषितकिया जाता  हैं। साक्षात्कार अप्रैल में आयोजित की जाती हैं और कुल परिणाम मई / जून में प्राप्त होता  है।